Karva Chauth Vrat Katha 2024 PDF: आइये जानते है की भारत भर में मशहूर व्रत करवा चौथ की कथा कहो या इसकी कहानी क्या है। प्रत्येक स्त्री जो भी ये व्रत रखती है बिना कहानी सुने उनका यह व्रत पूरा नहीं माना जाता। जैसा की हम सब जानते है की करवा चौथ का व्रत अपने पति की लम्बी आयु के लिए रखा जाता है। कुछ औरते इस व्रत की शुरुआत सरगी खाकर करती है तो वही कुछ पुरे दिन बिना जल पिए भी यह व्रत रखती है। करवा चौथ का व्रत प्रतिवर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है।
PDF Name | Karva Chauth Vrat Katha |
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No. of Pages | 13 |
PDF Size | 321KB |
Language | Hindi |
No. of Chapters | 4 |
Karva Chauth Vrat Katha 2024 in Hindi
तो आइये जानते है करवा चौथ व्रत की कहानी: पुराने समय में करवा नाम की एक स्त्री अपने पति के साथ एक गांव में रहा करती थी। एक दिन की बात है जब उसका पति नदी में नहाने गया था। अचानक नदी में नहाते समय मगरमच्छ उसके पति का पैर पकड़कर अंदर ले जाने लगा। तब पति ने दर्दसे चिल्लाते हुए अपनी पत्नी करवा को पुकारना सुरु किय। उसकी पुकार सुनकर उसकी पत्नी ने भागकर पति को बचाने के लिए एक धागे से मगरमच्छ को बांध दिया और दूसरे धागे से पति को पकड़कर यमराज के पास पहुंची। वह उसने यमराज के सारे सवालो का जवाब बड़े सहस से दिया। और करवा यमराज से अपने पति के प्राण वापिस ले आयी।
करवा चौथ व्रत की अन्य कहानी
प्राचीन समय में एक साहूकार के ७ बेटे और १ बेटी थी। सात भाइयो के साथ वो अकेली बहन बड़े लाड प्यार से बड़ी हुई। उसके विवाह के बाद वो अपने मायके आयी हुई थी तभी उसने करवा चौथ का व्रत रखा था। शाम को जब सब भाई भोजन कर रहे थे तो उन्होंने उसे भी खाने को कहा तो वो बोली आज तो मेरा करवा चौथ का व्रत है चाँद निकलने पर व्रत खोलूंगी। भाइयों ने सोचा कि हमने तो सुबह भी भोजन किया था फिर भी हमे इतनी तेजी से भूख आई यह तो सुबह की भूखी है इसे तो और भी ज्यादा भूख लगी होगी।
तब उन्होंने एक तरकीब सोची और एक दीपक जलाकर चलनी से ढक कर उसका प्रकाश दिखाया। बहन ने अपनी भाभियों से बोला चलो दर्शन करके अर्ध्य देवे। तो भाभियों ने कहा आप जाओ, हमारा चांद अभी नहीं उगा। तो वो अकेली ही दर्शन कर अर्ध्य देकर भाइयों के साथ भोजन करने बैठ गई तो पहले ग्रास में बाल, दूसरे में सिवाल और तीसरे में ससुराल का बुलावा आया की तुम्हारे पति की तबियत ज्यादा खराब है जल्दी चलो। पूरी कहानी में PDF में दी हुई है।
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